धर्म?... क्या है धर्म ...
धर्म का मुख्य आकर्षण यह है कि यह अनिश्चित दुनिया में सुरक्षा की भावना देता है।
रोमन कैथोलिक धर्म इस भय को पवित्र आत्मा के सात उपहारों में से एक मानता है।संपादक जॉन मैलन ने लिखा है कि "फियर ऑफ द लॉर्ड" में "डर" को अक्सर "दासता के डर" (मुसीबत में पड़ने का डर) के रूप में गलत समझा जाता है।
धर्म समूह में एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देता है। तथाकथित लक्ष्मण रेखा को पार करने वालों पर सर्वशक्तिमान ईश्वर की दृष्टि ने पुराने समाज को व्यवस्थित रखने में मदद की।इसलिए, इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि नास्तिकों की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि उन देशों में हुई है जो अपने नागरिकों को अधिक आर्थिक, राजनीतिक और अस्तित्वगत सुरक्षा प्रदान करते हैं।इस्लाम, जो दुनिया में सिर्फ़ 1400 साल पहले आया था, इस समय दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला धर्म है। और इस्लामोफ़ोबिया पिछले डेढ़ दशक में दुनिया के सामने सबसे बड़ा संकट है।
इस धर्म के बारे में दोनों बातें परस्पर विरोधाभासी हैं। अगर इस्लाम इतना डरावना है तो यह इतनी तेजी से दुनिया भर में क्यों फैल रहा है?
और यदि यह इतना आकर्षक है कि दुनिया भर में लोग इसे अपना रहे हैं, तो जो लोग इसमें विश्वास नहीं करते, उनमें यह इतना भय और भ्रम कैसे भर देता है?
पूरी जिंदगी में सबसे ज्यादा डर इंसान को खुद से ही लगता है कि कहीं वो खुद को खो ना दे। और यही अनिश्चितता ही धर्म का आकर्षण है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मनोवैज्ञानिक, तंत्रिका संबंधी, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और तार्किक इन सभी कारणों को देखते हुए धर्म कभी भी मनुष्य से दूर नहीं जा सकेगा।
धर्म, चाहे भय से या प्रेम से कायम रखा गया हो, अपने आप को कायम रखने में अत्यधिक सफल रहा है।
यदि ऐसा न होता तो संभवतः हमारे साथ ऐसा न होता।